सुखासन क्या है? सुखासन करने की विधि और लाभ व सावधानी
सुखासन क्या है?
सुखासन एक सरल और आरामदायक योगासन है, जिसका मुख्य उद्देश्य ध्यान और मानसिक शांति प्राप्त करना है। यह आसन सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए उपयुक्त है और विशेष रूप से ध्यान और प्राणायाम के अभ्यास में सहायक माना जाता है। 'सुखासन' संस्कृत के 'सुख' (आनंद या आराम) और 'आसन' (मुद्रा) से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है 'आरामदायक मुद्रा' ।
सुखासन करने की विधि :-
- प्रारंभिक स्थिति:
- किसी स्वच्छ और शांत स्थान पर योग मैट बिछाकर बैठें।
- पैरों को सामने की ओर सीधा फैलाएं और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
- पैरों की स्थिति:
- बाएं पैर को मोड़कर दाएं जांघ के नीचे रखें।फिर दाएं पैर को मोड़कर बाएं जांघ के नीचे रखें।
- हाथों की स्थिति:
- दोनों हाथों को घुटनों पर रखें।
- आप 'ज्ञान मुद्रा' में भी हाथों को रख सकते हैं, जिसमें अंगूठा और तर्जनी अंगुली आपस में जुड़ते हैं और बाकी अंगुलियाँ खुली रहती हैं।
- मुद्रा और एकाग्रता:
- सिर और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
- आंखें बंद करें और सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
- गहरी, धीमी सांसें लें और शांति महसूस करें।
- समय अवधि:
- शुरुआत में इस आसन को 5-10 मिनट तक करें।
- अभ्यास बढ़ने पर इसे 20 मिनट या अधिक तक बढ़ाया जा सकता है।
सुखासन के लाभ :-
- मानसिक शांति: यह आसन मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में सहायक होता है।
- ध्यान में सहायक: यह ध्यान और प्राणायाम के लिए आदर्श आसन है, जिससे मन की एकाग्रता बढ़ती है।
- शारीरिक लचीलापन: यह रीढ़ की हड्डी, कूल्हों और घुटनों को लचीला बनाता है।
- श्वसन में सुधार: यह आसन सांस लेने की प्रक्रिया में सुधार करता है और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है।
- शरीर की मुद्रा में सुधार: रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने में मदद करता है, जिससे बैठने की आदत सुधरती है।
- क्रोध में कमी: क्रोध को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
सुखासन करते समय सावधानियां :-
- शारीरिक समस्याएं: यदि आपके घुटनों, कूल्हों या पीठ में दर्द या चोट है, तो इस आसन को करने से पहले चिकित्सकीय सलाह लें।
- सहारा का उपयोग: यदि इस आसन में बैठने में कठिनाई हो, तो नितंबों के नीचे कुशन या ब्लॉक का उपयोग करें।
निष्कर्ष :-
सुखासन एक सरल और प्रभावशाली योगासन है, जो मानसिक शांति, शारीरिक लचीलापन और ध्यान में एकाग्रता लाने में सहायक है। नियमित अभ्यास से आप मानसिक और शारीरिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।