तुम हमारे थे प्रभुजी, तुम हमारे हो
तुम हमारे ही रहोगे, ओ मेरे
प्रीतम॥
तुम्हें छोड़ सुन नन्द दुलारे, कोई न मीत हमारो ॥
किस्के दुआरे जाएँ पुकारूँ, और न कोई सहारो ॥
अब तो आके बाहाँ पकड़ लो, ओ मेरे प्रीतम
तेरे कारण सब जग छोड़ा, तुम संग नाता जोड़ा ॥
एक बार प्रभु बस ये कहदो, तू मेरा मै तेरा ॥
साँची प्रीत कि रीत निभादो, ओ मेरे प्रीतम
दास कि बिनती सुनलीजो, ओ व्रिज राज
दुलारे ॥
आखरी आस यही जीवन कि, पूरण करना
प्यारे ॥
एक बार हृदय से लगालो, ओ मेरे प्रीतम
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