मेरा गुरुवर की कृपा से, सब
काम हो रहा है।
करते हो मेरे गुरुवर, मेरा
नाम हो रहा है॥
॥ मेरा आपकी प्रेरणा से...॥
पतवार के बिना ही, मेरी नाव चल रही है।
हैरान है ज़माना, मंजिल भी मिल रही है।
करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है॥
हैरान है ज़माना, मंजिल भी मिल रही है।
करता नहीं मैं कुछ भी, सब काम हो रहा है॥
मैं तो नहीं हूँ काबिल, तेरा
पार कैसे पाऊं।
टूटी हुयी वाणी से, गुणगान कैसे गाऊं।
तेरी प्रेरणा से ही, सब यह कमाल हो रहा हैं॥
टूटी हुयी वाणी से, गुणगान कैसे गाऊं।
तेरी प्रेरणा से ही, सब यह कमाल हो रहा हैं॥
मेरा ज़िन्दगी बदल दी, तूने करके एक इशारा।
एहसान पे तेरा ये, एहसान हो रहा है॥
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