Friday, June 27, 2025

बकासन क्या है? बकासन करने का सरल विधि, विशेष लाभ, सावधानी और निष्कर्ष

 बकासन क्या है? बकासन करने का सरल विधि, विशेष लाभ, सावधानी और निष्कर्ष


बकासन क्या है?

बकासन (Bakasana) एक महत्वपूर्ण योग आसन है, जिसे अंग्रेजी में "Crane Pose" कहा जाता है। संस्कृत में 'बक' का अर्थ होता है 'बगुला' और 'आसन' का मतलब 'बैठने की मुद्रा'। इस आसन में शरीर बगुले की तरह संतुलन बनाते हुए हाथों पर टिका रहता है। यह एक संतुलन और शक्ति बढ़ाने वाला आसन है, जो खासतौर पर कलाई, भुजाओं और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है।

बकासन



बकासन करने की सरल विधि

  1. तैयारी करें: जमीन पर योगा मैट बिछाएँ और सुखासन या वज्रासन में कुछ मिनट बैठकर शरीर को शांत करें।
  2. स्क्वाट की स्थिति लें: दोनों पैरों को थोड़ा फैलाकर नीचे बैठें (मलत्याग करने जैसी स्थिति में)।
  3. हथेलियाँ टिकाएँ: अपने हाथों को जमीन पर कंधे की चौड़ाई पर फैलाकर मजबूती से टिकाएँ। उंगलियाँ फैली हों ताकि संतुलन बन सके।
  4. घुटनों को ऊपर उठाएँ: घुटनों को अपनी बाजुओं के ऊपरी हिस्से (बांहों) पर टिकाएँ या जाँघों को कोहनी के पास रखें।
  5. शरीर का भार आगे लाएँ: धीरे-धीरे शरीर का वजन हाथों पर शिफ्ट करें। सिर थोड़ा ऊपर रखें और सामने देखें।
  6. पैरों को उठाएँ: अब धीरे से एक-एक करके दोनों पैरों को जमीन से ऊपर उठाएँ और पूरा संतुलन हाथों पर बनाए रखें।
  7. स्थिति बनाए रखें: जितनी देर संभव हो, इस स्थिति में रहें (शुरुआत में 10–20 सेकंड, धीरे-धीरे समय बढ़ाएँ)।
  8. वापस आएँ: धीरे से पैरों को वापस जमीन पर रखें और विश्राम करें।

बकासन के विशेष लाभ

  • भुजाओं और कलाईयों को मजबूत बनाता है
  • पेट की मांसपेशियों को टोन करता है और कोर स्ट्रेंथ बढ़ाता है।
  • मानसिक एकाग्रता और संतुलन क्षमता को सुधारता है।
  • धैर्य और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
  • रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है और शरीर में लचीलापन लाता है।
  • तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।

सावधानियाँ

  • कलाई, कंधे या पीठ में चोट हो तो यह आसन न करें।
  • उच्च रक्तचाप या दिल से संबंधित समस्याओं में सावधानी बरतें।
  • गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए।
  • प्रारंभ में किसी योग शिक्षक की देखरेख में अभ्यास करें।
  • शरीर पर अत्यधिक दबाव महसूस हो तो तुरंत आसन छोड़ दें।

निष्कर्ष

बकासन न केवल शारीरिक शक्ति और संतुलन को बढ़ाता है, बल्कि मानसिक स्थिरता भी प्रदान करता है। प्रारंभ में यह कठिन लग सकता है, लेकिन निरंतर अभ्यास से इसे सहजता से किया जा सकता है। धैर्य और सही तकनीक के साथ बकासन, योग साधना का एक अद्भुत हिस्सा बन सकता है। यदि आप योग में नए हैं या किसी स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त हैंतो योग विशेषज्ञ से मार्गदर्शन लेना उचित होगा।

 

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